सोमवार, 5 मार्च 2012

मनाएं रूठा भाग्य - बनाएं जीवन सुखमय



कई बार हमें ऐसा लगता है कि हमारी किस्मत हमसे रूठी हुई है. तो ऐसा क्या करें की जिससे ये मान जायें और का रूठा भाग्य चमक जाए. इसके लिए संधि काल में यदि नीचा लिखा उपाय करेंगे तो निश्चित ही आपका रूठा हुआ भाग्य मान जाएगा और आपका जीवन सुखमय हो जाएगा।
विशेष प्रभाव के लिए अनकूल समय: इसके लिए सबसे उपयुक्त अवसर है ग्रहण काल(चंद्रग्रहण या सूर्यग्रहण). कलियुग में शिव जी ने मंत्रो की और टोटकों की शक्ति कम कर दी है अतः ग्रहण काल एक ऐसा उपयुक्त समय होता है जब छोटे से छोटा मंत्र भी जागृत होकर विशाल और शक्तिशाली हो जाता है. अतः चंद्रग्रहण या सूर्यग्रहण के अवसर पैर यदि नीचा लिखा उपाय करेंगे तो निश्चित ही आपका रूठा हुआ भाग्य मान जाएगा।  यह उपाय लक्ष्मी और श्री यन्त्र से सम्बंधित है अतः चंद्रग्रहण विशेष उपयुक्त रहेगा.
विधि:
  • ग्रहण काल से पहले नहाकर साफ कपड़े पहन लें।
  • ग्रहण प्रारंभ होते ही पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ऊन या कुश के आसन पर बैठ जाएं।
  • सामने एक पटिया रखें।
  • उसके ऊपर एक थाली रखकर उसमें एक अष्टदल बनाएं।
  • इसके ऊपर श्रीयंत्र निर्मित अंगूठी रखें।
  • अब तेल का दीपक जलाएं
  • दीपक जलाकर निम्न मंत्र की 3 माला जपे
  • इसके बाद दीपक को दूसरे कमरे में ले जाकर रख दें
  • ग्रहण समाप्ति के पर अंगूठी पहन लें।
  • अगले दिन दीपक को बरगद के पेड़ के नीचे रख आएं।
  • इस उपाय से निश्चित ही आपकी भाग्य उदय हो जाएगा।
मंत्र: ऊँ कमलवासिन्ये श्रीं श्रियै ह्रीं नम:

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