बुधवार, 14 मार्च 2012

शक्ति की कृपा प्राप्त करें





प्रिय भक्तो,
आज पूरी दुनिया में हर इंसान परेशान और त्रस्त है। इन परेशानियों से कैसे छुटकारा पाया जाए, यह वह नहीं समझ पाता। अर्थयुग होने के कारण पैसों की आवश्यकता सभी को है। सभी चाहते हैं हमारा मकान हो, अपनी एक नई कार हो, समाज में यश, वैभव और कीर्ति की पताका हमेशा लहराती रहे। जिसके पास हजार रुपये हैं वह चाहता है हम लखपति बन जाएं, लखपति चाहता है करोड़पति बन जाएं, करोड़पति चाहता है अरबपति बन जाएं। लेकिन पैसा कमाना इतना आसान नहीं है। नकारात्मक शक्तियां हमारा पीछा नहीं छोड़ती। किसी के घर में अशांति है, तो किसी परिवार के सदस्य ने मकान-जमीन हड़प ली। कोई बीमारी से परेशान है तो कोई कर्ज नहीं पटा पाने से दु:खी है। किसी की नौकरी नहीं लग पा रही है तो किसी के बच्चा नहीं हो रहा। व्यापार धंधा भी ठप है। आखिर इसका समाधान खोजते-खोजते समय बीतता जा रहा है। उम्र ढलती जा रही है, फिर भी कहीं से आस नहीं दिख रही। नाते-रिश्तेदार, भाई-बंधु, मित्र-सखा सभी ने साथ छोड़ दिया है। कोई मदद देने को तैयार नहीं है। ऐसे में हमें क्या करना चाहिए। कौन हमारी मदद करेगा। इसके लिए सिर्फ शक्ति की शरण में जाने से, उनसे शक्ति पाने, आशीर्वाद लेने से शक्ति की अनन्य कृपा भक्तों पर बरसने लगती है। जब शक्ति की कृपा मिलना शुरू हो जाती है तो सारे काम अपने आप बनने शुरू हो जाते हैं और जातक या उनका परिवार खुशी-खुशी धन्यवाद देता है। हे अनन्य शक्ति के मालिक हमने जो चाहा था उससे कई गुणा अधिक आपने हमें देकर हमारे परिवार पर कृपा बरसायी है। हम आपको कोटि-कोटि नमन् करते हैं। वंदन करते हैं। प्रणाम करते हैं। ऐसी कृपा पाने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं।



आप पर भी बरसेगी कृपा
शक्ति की शरण में आने से शक्ति की कृपा भक्तों पर शुरू हो जाती है। उस कृपा को पाने के लिए सच्ची भावना, सच्चा मन होना चाहिए। आप जो चीज घर में कर रहे हैं। वह करते रहिये। जिस देवता की आप पूजा करें वह सच्चे मन से करें। भले ही आप सिर्फ दो मिनट ही पूजा करें। परन्तु वह सच्ची श्रद्धा व मन से करें। भक्तों को कभी भी किताबों के ज्ञान से कृपा प्राप्त नहीं हो सकती। कृपा प्राप्त होगी परम सदगुरुदेव के आशीर्वाद से। कोई भी ताबीज, यंत्र, मंत्र, तंत्र कुछ नहीं कर सकता। सच्ची कृपा प्राप्त हो जाने से, आशीर्वाद मिल जाने से कृपा अपने आप बरसनी शुरू हो जाती है। कृपा का मतलब यह नहीं है कि आप कर्म करना छोड़ दें, और कहने लगें कि हमारा तो कोई भी काम नहीं हो रहा। कर्म तो आपको करना ही पड़ेगा। लेकिन कर्म करने के बावजूद अगर आपको उसका फल नहीं मिल रहा है तो समझिये आप पर शक्ति की कृपा नहीं बरस रही है। उनका आशीर्वाद प्राप्त नहीं हो रहा है। शक्ति की कृपा एक ही शक्ति से प्राप्त होती है। उनका पूजन, मनन, चिंतन कुछ वक्त कर लें, फिर कृपा ही कृपा शुरू हो जाएगी। जैसे गणेश जी दुर्गा मां, हनुमान जी, श्रीकृष्ण जी, साईं बाबा, शंकर जी जिस देवता की आप पूजा करें, सिर्फ एक देवता की ही रोजाना सच्चे मन से पूजा करना है। अगर आप चर्च जाते हैं तो, अगर आप गुरुद्वारा जाते हैं तो, अगर आप मस्जिद जाते हैं तो भी शक्ति की अपार कृपा आपको प्राप्त होगी।  वह भी कुछ मिनट की पूजा, ध्यान करने से।


यह करें/यह नहीं करें
1. घर के मंदिर में दो या तीन तस्वीर रखें। ज्यादा देवी-देवताओं की तस्वीर नहीं रखना है।
2. किसी देवता की दो तस्वीरें नहीं रखना है।
2. सुबह 6 बजे जागने के बाद घर के मुख्य द्वार पर झाडू लगाकर पानी छिड़के या एक बाल्टी से चबूतरा धोयें।
3. घर के पूजा मंदिर में सुबह-शाम एक देसी घी का दीपक लगाएं। मंदिर में पूजा करें।
4. सदगुरुदेव, इष्टदेवता-कुलदेवी का ध्यान कर गुरुमंत्र का जाप करें।
5. रात्रि को सोने से पहले दिनभर के कर्म के लिए क्षमाचायना मांगते हुए, अपनी तरक्की, ऊर्जा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।
6. नवरात्रि या दीपावली पर दस के नोट की एक गड्डी तिजोरी, अलमारी में पूजा करके रखें। इसे खर्च नहीं करना है। एक साल बाद फिर दस नई गड्डी दस के नोट की रखें। अब पहली वाली गड्डी से कुछ नोट खर्च कर सकते हैं। पूरे नहीं। इससे धन के अभाव कभी नहीं रहेगा।
7. एक गोलक में आय का फीसदी धार्मिक कार्यों के लिए जमा करें।
8. एक निश्चित दिन याद कर लें। उस दिन गरीबों को, गाय को, कुत्ते को कुछ न कुछ दान दें, भोजन कराएं, रोटी, दाल,हरी घास खिलायें। पक्षियों को दाना भी डालें।
9. एक साल या दो साल में किसी धार्मिक स्थान की यात्रा करें व शक्ति से अपने लिए ऊर्जा मांगें। मनोकामनाएं पूर्ण होने के लिए प्रार्थना करें।
10. घर में जिन सदस्यों की डेथ हो गई है उनका चित्र कमरे में नहीं लगाएं।
11. सदगुरुदेव का चित्र पूजा घर में न रखकर कमरे में बाहर लगाएं तथा सिर्फ अगरबत्ती या धूपबत्ती दिखाएं। दीपक नहीं लगाएं।
12. नवरात्रि और दीपावली पर अखंड ज्योति जलाएं और शक्ति से ऊर्जा प्राप्त करें।
13. रोजाना दस मिनट ध्यान करें।
14. कभी भी किसी का बुरा नहीं सोचें, जहां तक बन सके गरीबों की मदद करें, उन्हें दान दें।
14. नकारात्मक सोचने से बुरी शक्तियों का प्रभाव हम पर पडऩे लगता है। फिर नकारात्मक शक्तियां हम पर, हमारे परिवार पर हावी होने लगती हैं और कृपा रुक जाती है। हमारे काम बिगडऩा शुरू हो जाते हैं।
15. सकारात्मक कार्य करने, सोचने से सच्ची कृपा आना शुरू हो जाती है फिर किसी भी काम में रुकावट नहीं आती और काम बनने शुरू हो जाते हैं।

- पंडित राज
चैतन्य भविष्य जिज्ञासा शोध संस्थान
एमआईजी-३/२३, सुख सागर, फेस-२
नरेला शंकरी, भोपाल -४६२०२३ (मप्र), भारत
मोबाइल : +91-9302207955
ईमेल : panditraj259@gmail.com

सोमवार, 5 मार्च 2012

पांच गुप्त सम्मोहन उपाय



1. मोर की कलगी रेश्मी वस्त्र में बांधकर जेब में रखने से सम्मोहन शक्ति बढ़ती है।
  1. श्वेत अपामार्ग की जड़ को घिसकर तिलक करने से सम्मोहन शक्ति बढ़ती है।
  2. स्त्रियां अपने मस्तक पर आंखों के मध्य एक लाल बिंदी लगाकर उसे देखने का प्रयास करें। यदि कुछ समय बाद बिंदी खुद को दिखने लगे तो समझ लें कि आपमें सम्मोहन शक्ति जागृत हो गई है।
  3. गुरुवार को मूल नक्षत्र में केले की जड़ को सिंदूर में मिलाकर पीस कर रोजाना तिलक करने से आकर्षण शक्ति बढ़ती है।
  4. गेंदे का फूल, पूजा की थाली में रखकर हल्दी के कुछ छींटे मारें व गंगा जल के साथ पीसकर माथे पर तिलक लगाएं आकर्षण शक्ति बढ़ती है।
नोट:   यह बहुत ही गुप्त प्रयोग है, इसे किसी को भी न बताएं और जब इसे प्रयोग करें तो खुद भी करके भूल जायें.
इस विधि का गलत प्रयोग न करें।
स्वार्थ सिद्धि के लिए इसका प्रयोग न करें।  अन्यथा व्यक्ति आपसे सम्मोहि तो हो जाएगा परन्तु इसके दुष्परिणाम आपको ही भुगतने होंगें.

स्रोत:  astrofor.me

दरिद्रता दूर होगी गरीबी हरण मंत्र से



आज हम आपको बताएं वो ख़ास मंत्र जिसके जाप करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और गरीबी दूर करती हैं। ये सर्वांत निदित है की मंत्र के माध्यम से हर समस्या का निदान संभव है। दीपावली का रात को यदि किसी मत्र का जप किया जाए तो वह मंत्र शीघ्र सिद्ध हो जाता है और शीघ्र ही उसका फल मिलने लगता है। यदि आप गरीबी से परेशान हैं तो इस दीपावली की रात नीचे लिखे मंत्र का जप विधि-विधान पूर्वक करें। यह मंत्र सिद्ध होने के बाद साधक को कभी भी धन की कमी नहीं होती।
गरीबी हरण मंत्र:
।। ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं दरिद्रय विनाशके जगत्प्रसूत्यै नम:।।
पूजा की विधि
  • मंत्र को सिद्ध करने के लिए दीपावली के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें, सभी आवश्यक कार्यों से निवृत्त हो जाएं।
  • फिर घर में किसी पवित्र स्थान पर महालक्ष्मी का चित्र स्थापित करें।
  • चित्र के समक्ष घी का दीपक, अगरबत्ती आदि लगाएं।
  • मां लक्ष्मी जी के सामने बैठकर उक्त मंत्र की 11 मालाएं (एक माला में १०८ जाप होते हैं) जपें।
  • माला कमलगट्टे की होनी चाहिए।
  • मंत्र जप के समय दीपक जलता रहना चाहिए। दीपक अगर गाय के घी का हो तो सोने पैर सुहागा होता है।
इस तरह मंत्र जप करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और गरीबी दूर करती हैं।

स्रोत:  astrofor.me

मनाएं रूठा भाग्य - बनाएं जीवन सुखमय



कई बार हमें ऐसा लगता है कि हमारी किस्मत हमसे रूठी हुई है. तो ऐसा क्या करें की जिससे ये मान जायें और का रूठा भाग्य चमक जाए. इसके लिए संधि काल में यदि नीचा लिखा उपाय करेंगे तो निश्चित ही आपका रूठा हुआ भाग्य मान जाएगा और आपका जीवन सुखमय हो जाएगा।
विशेष प्रभाव के लिए अनकूल समय: इसके लिए सबसे उपयुक्त अवसर है ग्रहण काल(चंद्रग्रहण या सूर्यग्रहण). कलियुग में शिव जी ने मंत्रो की और टोटकों की शक्ति कम कर दी है अतः ग्रहण काल एक ऐसा उपयुक्त समय होता है जब छोटे से छोटा मंत्र भी जागृत होकर विशाल और शक्तिशाली हो जाता है. अतः चंद्रग्रहण या सूर्यग्रहण के अवसर पैर यदि नीचा लिखा उपाय करेंगे तो निश्चित ही आपका रूठा हुआ भाग्य मान जाएगा।  यह उपाय लक्ष्मी और श्री यन्त्र से सम्बंधित है अतः चंद्रग्रहण विशेष उपयुक्त रहेगा.
विधि:
  • ग्रहण काल से पहले नहाकर साफ कपड़े पहन लें।
  • ग्रहण प्रारंभ होते ही पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ऊन या कुश के आसन पर बैठ जाएं।
  • सामने एक पटिया रखें।
  • उसके ऊपर एक थाली रखकर उसमें एक अष्टदल बनाएं।
  • इसके ऊपर श्रीयंत्र निर्मित अंगूठी रखें।
  • अब तेल का दीपक जलाएं
  • दीपक जलाकर निम्न मंत्र की 3 माला जपे
  • इसके बाद दीपक को दूसरे कमरे में ले जाकर रख दें
  • ग्रहण समाप्ति के पर अंगूठी पहन लें।
  • अगले दिन दीपक को बरगद के पेड़ के नीचे रख आएं।
  • इस उपाय से निश्चित ही आपकी भाग्य उदय हो जाएगा।
मंत्र: ऊँ कमलवासिन्ये श्रीं श्रियै ह्रीं नम:

पति की ऐसे छुड़ाएं शराब


जिन महिलायों के पति अधिक शराब का सेवन करते हैं तथा अपनी आय का अधिक हिस्सा शराब पर लुटातें हैं,उनके लिए एक बहुत आची खबर है। हम आज लायें हैं बहुत से ख़ास और गुप्त वैदिक टोटके जिनकी मदद से न सिर्फ आप अपने पति की शराब छुड़ा पायेंगे वरन आपका जीवन "सुखी दाम्पत्य जीवन" बन जाएगा।
प्रथम उपाय:-
  • किसी भी रविवार को एक शराब की उस ब्रांड की बोतल लाये, जो ब्रांड आपके पति सेवन करते हैं
  • रविवार को उस बोतल को किसी भी भैरव मंदिर पर अर्पित करें तथा पुन: कुछ रूपए देकर मंदिर के पुजारी से वह बोतल वापिस घर ले आयें
  • जब आपके पति सो रहें हो अथवा शराब के नशे में चूर होकर मदहोश हों तो आप उस पूरी बोतल को अपने पति के ऊपर से उसारते हुए २१ (Twenty One) बार "ॐ नमः भैरवाय" का जाप करें।
  • उसारे के बाद उस बोतल को शाम को किसी भी पीपल के वृक्ष के नीचे छोड़ आयें।
  • कुछ ही दिनों में आप चमत्कार देखेंगी।
द्वितीय उपाय:-
  • शराब छुड़ाने का एक उपाए यह भी है की जिस दिन आपके पति शराब पीकर घर आयें और उनका जूता अपने आप ही उल्टा हो जाये
  • तो आप उस जूते के वजन के बराबर आटा लें।
  • और उसे लेकर उसकी बिना तवे तथा चकले की मदद से रोटी बनाकर कुत्ते को खिला दें।
  • कुछ ही समय में वह शराब से घृणा करने लगेंगे।
  • यदि ऐसा संजोग लगातार कम से कम तीन दिन हो जाये तो वह तुरंत ही शराब छोड़ देंगे।
तृतीय उपाय:-
  • शराब छुडवाने का एक यह भी उपाय है की आप एक शराब की बोतल किसी शनिवार को पति के सो जाने के बाद उन पर से २१ बारवार लें।
  • उस बोतल के साथ किसी अन्य बोतल में आठ सो ग्राम सरसों का तेल लेकर आपस में मिला लें।
  • और किसी बहते हुए पानी के किनारे में उल्टा गाढ़ दें जिससे बोतलों के ऊपर से जल बहता रहे।
  • कुछ ही समय में वह शराब से घृणा करने लगेंगे।
  • स्रोत: astrofor.me

रविवार, 4 मार्च 2012

बन जाएं धनवान

 

एकाक्षी नारियल का तंत्र शास्त्र में बहुत महत्व है। इसे साक्षात लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। यदि इसे विधि-विधान से घर में स्थापित कर लिया जाए तो उस व्यक्ति के घर में कभी पैसों की कमी नहीं रहती व उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। धन प्राप्ति के टोटकों के लिए शुक्रवार का दिन विशेष होता है। इसलिए शुक्रवार के दिन एकाक्षी नारियल की इस प्रकार घर में स्थापना करना चाहिए-



सुबह जल्दी उठकर साधक स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण कर अपने सामने थाली में चंदन या कुंकुम से अष्ट दल बनाकर उस पर इस नारियल को रख दें और अगरबत्ती व दीपक लगा दें। शुद्ध जल से स्नान कराकर इस नारियल पर पुष्प, चावल, फल, प्रसाद आदि रखें और लाल रेशमी वस्त्र ओढ़ाएं। इसके बाद उस रेशमी वस्त्र को जो कि आधा मीटर लंबा हो बिछाकर उस पर केशर से यह मंत्र लिखें-

ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं महालक्ष्मीं स्वरूपाय एकाक्षिनालिकेराय नम: सर्वदिद्धि कुरु कुरु स्वाहा।

फिर इस रेशमी वस्त्र पर नारियल को रख दें और यह मंत्र पढ़ते हुए उस पर 108 गुलाब की पंखुडिय़ां चढ़ाएं अर्थात प्रत्येक पखुंड़ी चढ़ाते समय इस मंत्र का उच्चारण करते रहें-

मंत्र- ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं एकाक्षिनालिकेराय नम:।

इसके बाद गुलाब के पंखुडिय़ां हटाकर उस रेशमी वस्त्र में नारियल को लपेटकर थाली में चावलों की ढेरी पर रख दें और इस मंत्र की 3 माला जपें-

मंत्र- ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं एकाक्षाय श्रीफलाय भगवते विश्वरूपाय सर्वयोगेश्वराय त्रैलोक्यनाथाय सर्वकार्य प्रदाय नम:।

पुन: 21 गुलाब से पूजा करें और उस रेशमी वस्त्र में लिपटे हुए नारियल को पूजा स्थान में रख दें।

इस प्रकार एकाक्षी नारियल को घर में स्थापित करने से धन लाभ होता है।

source _ bhaskarnet.com

होली: हर समस्या का निदान संभव



इंसान के जीवन में समस्याओं का आना-जाना लगा रहता है। अगर यह कहा जाए कि सुख-दु:ख जीवन का एक हिस्सा है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। होली के अवसर पर यदि कुछ साधारण तंत्र प्रयोग किया जाए तो इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।

टोटका

होली की सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर उत्तर दिशा में मुंह करके बैठें। अब सामने किसी बर्तन में चार लघु नारियल व सात लग्न मंडप सुपारी को स्थापित करें। अब कुंकुम चावल से पूजा करके धूप-दीप करें व घी की दीपक जलाएं। जब तक जप चले तब तक दीपक जलते रहना चाहिए। अब पीली सरसौं के दाने उस बर्तन में छिड़कते हुए निम्न मंत्र का जप करें-

मंत्र- क्लीं हौं क्षिप: ऊँ स्वाहा

जप कम से कम एक घंटे तक करें। अब शाम को होलिका दहन के वक्त उस सामग्री को आटे को लोई में लपेट कर होलिका में डाल दें। शीघ्र ही आपकी हर समस्या दूर हो जाएगी।


Source: bhaskarnet.com

शनिवार, 3 मार्च 2012

समस्याएं अनेक, समाधान एक




हर जातक आज अनेकानेक समस्याओं से घिरा है। अनेक प्रकार के साधु-संतों, ढोंगी बाबाओं के चक्कर में फंसकर स्वयं को ठगा सा महसूस करता है। ऐसे में वह अपनी समस्याओं से निजात तो नहीं पाता वरन् और उलझ जाता है। यहां तक कि घनघोर संकट में फंसा हुआ पाता है। चैतन्य भविष्य जिज्ञासा शोध संस्थान ने भारत ही नहीं वरन् दुनिया के ऐसे जातकों की समस्याओं का हल किया है जो कई सालों से परेशान होकर दर-दर की ठोकरें खा रहे थे। अब वे पूर्णत: अपने कारोबार, नौकरी, धंधे में मन लगाकर काम कर रहे हैं। परिवार के सदस्यों में वसुधैव कुटुम्बकम की भांति एक सूत्र में बंधे हैं। ऐसे परिवारों पर दिव्य शक्ति की अपार कृपा बरस रही है। समस्या चाहे कैसी भी निदान होने से मन को अपार शांति मिलती है। न्यूजर्सी के डॉ. ओमशरण अग्रवाल के अनुसार मेरे बड़े लड़के की नौकरी नहीं लग रही थी। जब हमें इस संस्थान के संपर्क में आए तो दो माह में हमारे लड़के की सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नौकरी लग गई। आज हमारा परिवार बहुत खुश है। मुंबई के 24 वर्षीय रामकृष्ण वाधवा की शादी सात पूर्व हुई थी, लेकिन उनकी पत्नी को कोई संतान नहीं हो रही थी। संस्थान पर संपर्क करने पर उन्होंने जो उपाय बताये, इसके सात माह बाद ही पिता बनने की खुश खबरी ने घर वालों को आश्चर्य चकित कर दिया। वाधवा ने संतान के चक्कर में  अनगिनत बाबाओं के चक्कर काटे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कासगंत, लखनऊ की सरिता शर्मा का कोर्ट केस चार साल से चल रहा था। किसी रिश्तेदार ने बताया कि आप चैतन्य भविष्य जिज्ञासा संस्थान से संपर्क करें, केस जल्द ही सुलझ जाएगा। सरिता ने जब संस्थान में संपर्क किया। ढाई माह फैसला सरिता के पक्ष में पाया। उनकी समस्या पति के द्वारा तलाक लेना था। अब सरिता अपने पति के साथ प्रेमपूर्वक रह रही हैं। जापान के डॉक्टर शिवकुमार त्रेहान का प्राइवेट क्लीनिक नहीं चलता था। संस्थान के संपर्क के बाद उनके यहां मरीजों की लाइन लगी रहती है। रोगियों के जल्दी ठीक होने से उन्हें अब फुर्सत ही नहीं मिलती। लाजपत नगर दिल्ली की शालिनी गुप्ता हमेशा बीमार बनी रहती थी। संस्थान में आने के बाद उन्हें अब पूरी तरह आराम है। ऐसे न जाने कितने हजारों जातक है जो चैतन्य भविष्य जिज्ञासा शोध संस्थान के संपर्क में आने के बाद अपनी समस्याओं से छुटकारा पाकर नया जीवन जी रहे हैं। अगर आप भी किसी समस्या से पीडि़त हैं और जल्द समाधान पाना चाहते हैं तो संस्थान के ईमेल या मोबाइल फोन पर संपर्क कर सकते हैं। निश्चित समयावधि में हर समस्या का समाधान निश्चित है। आपका विश्वास और संस्थान के उपाय से आपको जरूर लाभ मिलेगा।

- पंडित राज
चैतन्य भविष्य जिज्ञासा शोध संस्थान
एमआईजी-3/23, सुख सागर, फेस-2
नरेला शंकरी, भोपाल -462023 (मप्र), भारत
मोबाइल : +91-8827294576
ईमेल : panditraj259@gmail.com